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जीवन

एकला चलो रे — Ekla Chalo Re

यदि तोर डाक सुने केऊ ना आसे तोबे एकला चलो रे ! इस कालजयी, मनोरम गीत ‘एकला चलो रे’ का आशय है, कि जीवन पथ पर आगे बढ़ने के लिए किसी का साथ ना मिले तब भी आगे बढ़ते रहना है। अपने मंजिल की ओर हर किसी को हरेक परिस्थितियों से लड़ते हुए, राह में …

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चरित्र का निर्माण जरूरी क्यों है —

चरित्र उन सारे प्रवृतियों का योग है, जो व्यक्ति में होती है। यह व्यक्ति के दृष्टिकोणों और व्यवहार के तरीकों का पूर्ण मिश्रण है। मनुष्य अपनी इन्द्रियों को जिस तरह से व्यवहार में लाता है, इन सभी क्रियाओं का समष्टि है चरित्र। यह किसी व्यक्ति की विश्वास, मूल्य, सोच-विचार और व्यक्तित्व का मेल होता है। …

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संत रुमी के अनोखे विचार — Sant Rumi Ke Anokhe Vichar

संत रुमी का संक्षिप्त परिचय ! सुफी संत रूमी फारसी साहित्य के प्रख्यात लेखक, विचारक एवम् स्वच्छ नियमों के जानकार थे। रुमी एक ऐसे सुफी संत थे, जिन्हें दुनिया पागल समझती थी। सुफी संत रुमी का जन्म १२०७ ई° में अफगानिस्तान के वल्ख शहर में हुवा था। कालांतर में मंगोलों के आक्रमण से बचने के …

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व्यवहार कुशल होना जरुरी क्यों है…

व्यवहार एक मान्सिक प्रवृत्ति है, मनोवैज्ञानिक प्रवृत्ति है। यह ऐसी क्रिया है जो किसी मनुष्य के द्वारा किया जाता है। वह प्रक्रिया है जो हम दुसरों के लिए काम में लाते हैं। विभिन्न परिस्थितियों में दुसरों के द्वारा हम पर जो क्रियात्मक पहल होती है

विश्वास का होना जरूरी क्यों है —

जीवन में विश्वास जरूरी है। यह बात बिल्कुल सही है, क्योंकि विश्वास के बगैर जिया नहीं जा सकता है। संदिग्ध विचारों के साथ हम सकारात्मक नहीं रह सकते। परन्तु हर किसी के साथ विश्वास किया भी तो नहीं जा सकता! कारण कि जहाँ विश्वास होता है, वहीं विश्वासघात भी होता है।

उड़ना तुझे अकेला है …

दुख प्राकृतिक नहीं होता है और ना ही स्थायी होता है। यह जीवन में आता जाता रहता है। दुख एक मानसिक अवस्था है जो मानव द्वारा स्वयं निर्मित होता है। यह शब्द साधारण मानव के मन को सर्वाधिक पीड़ित करता है। दुख एक ऐसा मनोभाव है जिसका मन और शरीर पर विपरीत असर पड़ता है।