जीवन की सीख यही है कि संघर्ष ही जीवन है। संघर्ष जीवन का एक अनिवार्य चरण होता है। अतः हमेशा इसे स्वीकार करने के लिए तत्पर रहना जरूरी है। यह हमारे सामने जिस रूप में भी आता हो। इससे भागने की नहीं, जूझने की जरूरत होती है। संघर्ष हमें हमारे लक्ष्य की ओर अग्रसर करता है। और हमें उच्चतम सफलता तक पहुंचाता है। प्रस्तुत है, इस भाव को व्यक्त करती कुछ कविताएं, जो स्वलिखित हैं —
जीवन की सीख
बचपन है शुरुआत जीवन का
बड़े होते हैं हम ज्यों ज्यों
संघर्ष शुरू हो जाता है
इस जीवन के चलने तक
संघर्ष भी चलता रहता है।
जीवन की है यही सीख
संघर्ष में हमेशा रहना होगा
जीवन में अगर संघर्ष न हो
जीत कहां फिर संभव होगा
संघर्ष एक सबक भी है,
मतलब क्या है इस जीवन का
यह सीख इसी से मिलती है
अपनी क्षमताओं का भान भी
संघर्ष ही हमें करवाती है।
जीवन एक सफर भी है
न हो सफर तो मंजिल कहां,
कांटो की चुभन है राहों में
पर सुख भी है सम्पूर्ण यहां
सीखना होता है हर पल
नित्य नया कुछ करने को
अभिलाषा होती है मन मे
अगर जग में कुछ पाने को
संघर्ष में उत्साह भी है,
इसी से आगे बढ़ना होगा
अगर है सबकुछ की तलाश
तो फिर इसे जीतना होगा।
कदम कदम पर हौसले को
संघर्ष से ही बढ़ाना होगा,
लड़कर हर मुश्किलों से
साबित खुद को करना होगा।
संघर्ष ही जीवन है,
इस तथ्य को मानना होगा
होकर निर्भिक दृढता से
जीवन पथ पर बढना होगा।
आदमी अकेला है
आदमी चलता है अकेला
खुद से चुनी राहों पर
आदमी भटकता है अकेला
मंजिल की तलाश में
आदमी लड़खड़ाता है,
फिर करता है यत्न,
संभल कर चलने के लिए,
आदमी गिरता भी है,
फिर करता है प्रयत्न,
उठकर आगे बढने के लिए।
अगर मंजिल मिला नही,
तो बिखर जाता हैं सबकुछ,
आदमी हो जाता है,अकेला
चिंता का चादर लपेटे हुए,
अपने दर्दों को समेटे हुए।
आदमी हो सकता है अकेला,
पर वह शक्तिशाली होता है,
मौजूद है एक अद्भुत शक्ति,
जो उसके भीतर निहित है।
आदमी खुश हो सकता है,
अगर वह आत्मनिर्भर हो,
आदमी सुखी हो सकता है,
अगर उसे स्वतंत्रता मिले।
आगे बढ़ सकता है आदमी,
अगर मंजिल का पता मिले,
सफल हो सकता है आदमी,
गर कर प्रयत्न उस शक्ति से मिले।
फिर आदमी नहीं होता अकेला,
कर लेता है सबकुछ मुट्ठी में,
एक शक्ति सबके भीतर निहित है,
जो जान गया वो है अलबेला।
जब कोई तुम्हारी आवाज न सुने
तुम्हारे पुकारने पर भी
जब कोई तुम्हारी आवाज न सुने
तुम्हारा कोई साथ न दे
तब भी तुम चलते रहो
सुनसान हो डगर फिर भी
अकेला तुम बढ़ते चलो
जब अँधेरे हों तब भी
दिशाओं में चारो ओर
तुम्हारा ही कदम हो
अपने कदमों की आहट से
सुरज की लालिमा को
आवाहन देते रहो
रुको मत, चलते रहो
तब उलझनों से भरी
इस हालत से
निकलने की एक नई राह
तुम्हें नजर आएगी
देखने की एक नई दृष्टि
तुम्हें मिल जाएगी
तो कभी न हारो, कभी न रुको,
अपने भीतर दहकते ज्वाला को
विचारों के उमड़ते लहरों को
रोकना नही, रुकने देना नही
यही तो है तुम्हारी ताकत है
यही तो वह शक्ति है
जो लेकर जाएगी तुम्हें
तुम्हारे मंजिल की ओर।
जब तुम्हारा कोई साथी न हो,
तब भी जारी रखो अपने कदम,
कोई नहीं है जो तुम्हारी सुने,
तो खुद को अपना साथी बनाकर
खुद से ही वार्तालाप करो।
बुलंद कर अपनी आवाज़ को
चलाते रहो अपनी लेखनी को
अभी नहीं तो फिर कभी
कोई न कोई तो पढ़ेगा
तुम्हारी लिखी बातों को
कोई न कोई तो सुनेगा
तुम्हारी कहीं बातों को।
अगर सुना नहीं जाता हो
आज तुम्हारी बातों को
जब कल कोई सुनेगा,
तुम्हारे शब्दों की ध्वनि को
जब कभी कोई पढ़ेगा,
तुम्हारे लिखे पन्नों को
तो काव्य से भर देगा
तुम्हारे जीवन को।
क्योंकि होता है संग्रह
हर एक दुख और सुख का
और जीवन का हर संघर्ष
होता है हिस्सा कहानी का
यह दुनिया है ऐसी जहाँ,
होता है और होता रहता है
कुछ न कुछ हमेशा यहां
खो न देना कभी खुद को
भीतर की अपनी ध्वनि को।
उड़ना तुझे अकेला है
चलना तुझे अकेला है,
बढ़ते जाना है पथ पर
हमेशा आगे की ओर
राह हो जितना भी कठिन
छाया हो अंधेरा घनघोर
बढ़ना तुझे अकेला है।
अपनी शक्तियों को समेटकर
उड़ता ता चल तू बढता चल
तेरा साथ कोई दे न दे
तेरे साथ तुम्हारे पंख होंगे
तेरे साथ तुम्हारी निगाहें होंगी।
तेरे साथ तुम्हारे सपने होंगे
तेरे साथ तुम्हारी आशा होगी
तेरे साथ तुम्हारा समर्थन होगा
तेरे साथ तुम्हारी उत्सुकता होगी
तेरे साथ तुम्हारा विश्वास होगा
तेरे साथ तुम्हारी प्रेरणा होगी
तेरे साथ तुम्हारा संघर्ष होगा
तेरे साथ तुम्हारी दृढ़ता होगी
तेरे साथ हमेशा गगन होगा
तेरे साथ हमेशा आशीष होगा
उस शक्ति का मौजूद है जो
खुद तुम्हारे भीतर तल में
फिर साथ तुम्हारी खुशियां होंगी
तेरे साथ तुम्हारी सफलता होगी।
उड़ना तुझे अकेला है,
उड़ जा रे तू नील गगन में
जहां नहीं है कोई सीमा
और नहीं है कोई बंधन।
संघर्ष ही जीवन है, यही जीवन की सीख है। यह हमारी शक्तियों को जगाता है। हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरक है। संघर्ष ही है, जो हमें सफलता के लिए तैयार करता है। और सफलता के रास्ते पर ले जाता है। यह हमारे सपनों को साकार करने में सहायक है। अतः हमें संघर्ष के साथ चलना सीखना होगा। जीवन के सभी चरणों में इसे स्वीकार करना ही होगा। इसे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग मानकर चलना ही होगा। अपने जीवन को निर्मित करना सीखना होगा। और अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहना होगा।
संघर्ष ही जीवन है – जीवन की सीख यही है।इसलिए, आओ संघर्ष को स्वीकार करें। और हमेशा अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहें। क्योंकि संघर्ष हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हमें सफलता की ओर ले जाता है।