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पेनिक डिसऑर्डर को नियंत्रित कैसे करें!!

पेनिक डिसऑर्डर (penic disorder) एक मनोविकार है, जिसमें अचानक अधिक चिंता या घबराहट की अवस्था हो जाती है। जीवन में अनेक प्रकार की समस्याओं का आना जाना लगा रहता है। उपस्थित परेशानियां किसी किसी को अत्यधिक चिंताग्रस्त कर देती है। अगर लम्बे समय तक भय एवम् चिंता का भाव बना रहे तो व्यक्ति अवसादग्रस्त हो जाता है। यह अवस्था कुछ लोगों में तीव्र रूप से दिखती है जबकि कुछ लोगों में यह धीरे-धीरे बढ़ती है। यह रोग सामान्य रूप से stress या dipression से संबंधित होता है।

पेनिक डिसऑर्डर को नियंत्रित करने के उपाय-

पेनिक डिसऑर्डर एक गंभीर समस्या है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि इस अवस्था से बाहर निकलने का कोई उपाय नहीं है। व्यक्ति खुद के, आसपास के लोगों की सहायता से एवम् उपचार के द्वारा इस अवस्था से बाहर निकल सकता है। पेनिक डिसोर्डर को नियंत्रित करने के कुछ उपाय हैं, जो निम्नलिखित हैं:

शांत एवम् संयमित रहें: जब आप पेनिक डिसऑर्डर का अनुभव करते हैं तो खुद शांत एवम् संयमित रखने का प्रयास करें। लम्बी और गहरी सांस लें एवम् विश्राम करने का प्रयत्न करें और किसी अन्य विषय पर सोच को परिवर्तित करें। इससे अत्यधिक घबराहट की स्थिति से निपटने में सहायता मिलती है।

उचित खानपान का अनुसरण करें: स्वस्थ एवम् स्वच्छ भोजन करने से आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। फल और सब्जियों से भरपूर आहार लें और शराब अथवा किसी भी तरह के उत्तेजक पदार्थ के सेवन से परहेज करें।

नियमित रूप से व्यायाम करें: व्यायाम से आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद होता है। कुछ खास व्यायाम योजनाएं हैं, जो  पेनिक डिसऑर्डर को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। रोजाना न्यूनतम 30 मिनट का व्यायाम करने से आपका मानसिक स्वास्थ्य सुधारता है। योग, मेडिटेशन और डीप ब्रिथिंग यानि लम्बी गहरी सांसें लेना आदि के अभ्यास करने से पेनिक डिसऑर्डर को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है।

समय-समय पर विश्राम करें: आपको नियमित रूप से समय-समय पर विश्राम करने की आवश्यकता होती है। कुछ समय अपने दोस्तों एवम् परिवार से साथ व्यतीत करें। अपनी पसंदीदा गतिविधियों में लगे रहें एवम् इसका आनंद लें। मनोरंजन के बहाने ढुंढते रहें और इसके लिए कुछ समय अवश्य निकालें।

धार्मिकता में संलग्न रहें: पेनिक डिसऑर्डर को नियंत्रित करने के लिए धार्मिकता का भी विशेष महत्व है। धार्मिक गतिविधियों में संलग्न होकर मानसिक तनाव को दूर किया जा सकता है। पूजा, आराधना करने से आपके मानसिक स्थिति में सुधार हो सकता हैं, जो अंततः आपको चिंता से मुक्त कर सकता है। 

धार्मिक अभ्यास के दौरान आप अपने मन को शांत करने और स्ट्रेस से निपटने के लिए मेडिटेशन और योग का भी सहारा ले सकते हैं। यह आपकी मानसिक स्थिति में सुधार लाने में मदद कर सकता है जो आपके पेनिक डिसऑर्डर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।

धर्मीय अभ्यास में भक्ति का भी एक विशेष महत्त्व होता है, जो आपको आध्यात्मिक शक्ति देता है। और आपकी मानसिक स्थिति में सुधार लाने में मदद करता है। इसके अलावा, धार्मिक समुदाय के साथ जुड़ने से आपको सामाजिक सहयोग भी मिलता है जो आपकी मानसिक स्थिति को सुधारने में मदद कर सकता है।

योगाभ्यास, पूजा-पाठ करने एवम् मन में भक्ति भाव धारण करने से आपके मानसिक स्थिति में सुधार सकता है। धार्मिकता आपके पेनिक डिसऑर्डर को नियंत्रित करने में सहायता कर सकती है। इसके अलावा, धार्मिक अभ्यास आपकी शरीरिक स्वास्थ्य को भी सुधार सकता है, क्योंकि धार्मिक अभ्यास करने से आप अपने शरीर के साथ अधिक संवेदनशील होते हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है।

धार्मिक अभ्यास के द्वारा, आप सामाजिक संबंधों का विकास कर सकते हैं जो आपकी मानसिक स्थिति को सुधारने में मदद करते हैं। आप सभी के साथ सहयोग और एकता के भाव का विकास करते हुए अपने जीवन में अधिक खुशहाली का अनुभव कर सकते हैं जो आपकी मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है।

अत: यदि आप पेनिक डिसऑर्डर से पीड़ित हैं तो धार्मिक अभ्यास और पूजा आपके जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं जो आपको मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभ प्रदान कर सकती हैं।

मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें: पेनिक डिसऑर्डर के साथ जूझ रहे लोगों को अक्सर मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत होती है। यह उन्हें इस बीमारी से निपटने में सहायक हो सकता है। उन्हें अपने दोस्तों और परिवार से बात करना चाहिए और एक चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

चिकित्सक से परामर्श करें: अंत में, यदि आपको पेनिक डिसऑर्डर होता है, तो अपने चिकित्सक से संपर्क करें। वह आपको विशेषज्ञ सलाह देने में मदद करेंगे और आपको इस बीमारी से निपटने में मदद करेंगे। वे आपको दवाओं और अन्य उपचारों की सलाह देंगे जो आपके स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं।

अगर आप इन सभी सुझावों का पालन करते हैं, तो आप अपने पेनिक डिसऑर्डर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। लेकिन यदि आपको लगता है कि आप इन सुझावों का पालन करने में कठिनाई हो रही है या अधिक जानकारी चाहते हैं, तो अपने चिकित्सक से संपर्क करें।

ध्यान रखें कि पेनिक डिसऑर्डर एक गंभीर समस्या हो सकती है और अगर इसे नज़रअंदाज़ किया जाता है तो इससे अन्य समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए अपने स्वास्थ्य को समय-समय पर नियंत्रित करें और अपने चिकित्सक की सलाह पर चलें।

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