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दिल जलता है अपने माशुका के लिए, जिसका वह आशिक है। वह जलेगा तभी आहुति लेगा। तभी उसकी तड़प मिटेगी, और समस्त दुखों से मुक्ति मिलेगी।

मैं कौन हूं? खुद को संबोधित करने के लिए ‘मैं’ का प्रयोग किया जाता है। सामान्यतः ‘मैं’ का भाव मन का विषय …

बीती ताहि बिसार दे

बीती ताहि बिसार दे - क्योंकि बीता हुआ पल या तो खुशी या फिर गम देकर जाता है। या तो सफलता का दंभ या फिर असफलता का दंश देकर जाता है।